Yearly Hindi Horoscope Dhanu 2016
धनु राशि
ग्रह स्थिति: वर्ष प्रारंभ में सूर्य निजी भाब, मे चन्द्र व राहू दशम भाब मे, मंगल एकादश भाव में, बुध द्वितीय भाब मे, गुरु नबम भाब मे, शुक्र शनि द्वादश भाब मे, केतू चतुर्थ स्थान में स्थित हैं ।
इस वर्ष धनु राशि वालें के लिए काफी उठ – पटक व चुनौतियों वाला रहेगा। हालांकि वर्ष में अशुभ परिणाम कुछ भी नेहीं मिलेंगे, यह वर्ष शुभ फलदायक कहा जा सकता। यह वर्ष परिश्रम व संघर्ष का संकेत कर रहा है। धनु राशि वाले लक्ष्य की प्रति की और अग्रसर रहेते हैं। राशि स्वामी बृहस्पति के कारण उदारता, विशाल हृदयता भी इनका स्वभावगत गुण है। अगस्ट के बाद दशम भाव का बृहस्पति आपको यदा- कदा ऊदबिग्नता दे सकता है। धन नाश के संकेत दे रहा है। ब्यापार में धन हानि की स्थिति एक और जहां रहेगी, वहीं दूसरी और आय के सधोनों में भी कटौती के आसार देखाई दे रहे हैं। शनि वारह भाव में स्थित होकर यदा कदा स्वास्थ्य में भी उतार-चढ़ाव की स्थिति को पैदा करेगा। रक्त से सम्बन्धी बीमारी को दर्शा रही है। नियमीत स्वास्थ्य का परीक्षण करवाते रहें, नियमित रूप से व्यायाम व आहार- विहार का ध्यान रखेंगे तो रोग आपको स्पर्श भी नहीं कर सकेगा। इन सबके अतिरिक्त महामृत्यंजय कबच गले में धरण करें। देबगुरु के शुभ परिणाम दिलाएँगे। आपके प्रयत्नो परिश्रम व मेहनत का पुरस्कार आपको मई के उपरान्त भी प्राप्त होगा। व्यापार व व्यवसाय में आप नया प्रयोग करेंगे, जिससे आपका लाभ चौगुना पांच गुना हो जाएगा। विद्दार्थीयों को भी इस वर्ष अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। चिकित्शा बिज्ञान के क्षेत्र में विद्दार्थीयों की मेहनत रंग लाएगी। अविवाहितों के विवाह की संभावना के योग हैं। नौकरी में इच्छानुसार तबदला या महत्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है।
वर्षप्रारंभसे संकट के बादल धीरे- धीरे छांडने लगेंगे। किसी नई मेहमान की किलकारियों से घर गूंज उठेगा। नए- नए व्यापारिक व व्यवसायिक अनुबंधन होंगे। पारिवारिक मोर्चे पर भी हर जगह सफलता की –सी ही स्थिति रहेगी। घर में कोई मांगलिक व शुभ प्रसंग आ सकता है। जीवनसाथी के सहयोग से आप आगे बढ़ेंगे। परिवार के दूसरे सदस्यों से भी आपके संबन्ध सुधरेंगे। घरेलू काम व सहायता के लिए आप सेवक रख सकते हैं। किसी रिश्तेदार, मित्र व घनिष्ठ व्यक्ति से इस वर्ष आपका संबन्धदृढ़ हो सकता है। कोई नया वाहन आप इस वर्ष खरीद सकते हैं। इसमें अतीरिक्त राजकीय विभाग में भी इस वर्ष आपका काम दे सकता है। विभाग के चक्कर आपको काटने पड़ सकते हैं।
शारीरिक सुख एंव स्वास्थ्य: स्वस्थ्य में अगस्ट पर्यन्त मिराकल के संकेत मिल रहे हैं, वर्ष आरम्भ में राहू, मंगल तथा सूर्य की स्थिति नीचेके भाव राशि में रक्तविकार, ब्लडप्रेसर, डिबेटीज, मस्सा, बवासीर जैसे बीमारी से आप परेशान रहेंगे। यदा- कदा पेटसे सबंधित तकलीफ भी आपको रह सकती है। कब्ज व एसिडीटी पर भी ध्यान दें, कोई पुराना रोग भी उभर सकता है। छोटी- मोटी शल्य चिकित्सा भी आपको करवानी पड़ सकती है। संतान से सुख दिलाएगा। उतम स्वास्थ्य सुख का उपभोग करेंगे। सारी बीमारी, रोग व शत्रु नष्ट हो जाएंगे। परंतु फिर भी यदा-कदा मौसमी बीमारियों का प्रकोप, सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, सिरदर्द जैसे छोटी-मोटी परेशानियां परेशान करती रहेंगी।
व्यापार, व्यवसाय व धन: इस दृष्टि से यह वर्ष मध्यम ही रहेगा। बारह शनि धन खर्च अधिक कराएगा, परंतु बृहस्पति नबम भाव में स्थित है, आतः यह खर्च बेवजह का नेहीं होगा, इसके पीछे ठोस कारण व वजह समहिग होगी। जायदाद में मुक़दमे बाजी से दूर रहें। कार्यक्षेत्र में व्यापार में अनेक प्रकार की कठीनाईयां उत्पन्न होंगी। व्यावसायिक प्रतिद्वदियों व प्रतिस्पधिर्यों से बाँचे। व्यवसाय में अगस्टके वाद नुकसान की संभावना है, नया इनवेस्टमेण्ट नेहीं करें। वर्षारंभ से स्थितियां अनुकूल बनेंगी। आपको व्यापार व करोबार में प्रयत्नो के लिए उच्च पुरस्कार प्राप्त हो सकता है। व्यापार में आप नया कोई प्रयोग तो अनुकूल परिणाम व प्रतिफल आपको प्राप्त होगा। व्यापारिक क्षेत्र में इस समय किसी उन्नतिकारक परिवर्तन की संभावना रहेगी वहीं दूसरे और राजनीतिक दृष्टि से भी समय एकदम उपयुक्त रहेगा। गुरु ओ राहू नवम भाव मे रहकर लाभ का मार्ग प्रशस्त कर देंगे। रुपया बरसेगा। ऊपर वाला आप पर भी किसी महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति की संभावना रहेगी।
घर-परिवार, संतान व रिसतेदार: पारिवारिक दृष्टि से इस वर्ष आपको महत्वपूर्ण व अनुकूल फल प्राप्त होंगे। अगर आप अविवाहित हैं और योग्य जीवनसाथी की तलाश में, तो इस वर्ष मैं आपकी यह कामना पूरी हो सकती है। परिवार के दूसरे सदस्यों से आपके संबोन्धों में सुधार आएगा। संतान को लेमर उच्च शिक्षा, बिद्दाध्यन, कैरियर व मनचाहे कॉलेज व ब्रांच में दाखिले को लेकर आप खुस रहेंगे। संतान का विवाह भी चिंता का कारण बनेगा। दाम्पत्य सम्बन्धों में पूर्णतः मधुरता की स्थिति रहेगी। पति-पत्नी दोनों ही एक- दूसरे की इच्छा का सन्मान करेंगे। भाइयों से संपति व बँटवारे को लेकर थोड़ी सी तनावपूर्ण स्थिति रहेगी। पिता व घर के बड़े- बुजुर्गों का स्वास्थ्य अच्छी ही रहेगा। माता- पिता व बड़े – बुजुर्गें का आशीर्वाद मिलेगा।
पढ़ाई व कैरियर: आप विद्दार्थी हैं, तो यह वर्ष आपके लिए टर्निंग प्वाइंट सी कहा जाएगा। बिद्यार्थियो को सफलता मिलेगे, पढ़ाई करने व थोड़े से परिश्रम से आपका भाग्य संवर सकता है। वैसे तो धनु राशि वाले लक्ष्य भेद में पटु होते हैं। अतः आप पढ़ाई व कैरियर के आगे किसी भी प्रकार का कोई भी समझोता नेहीं करेंगे। लक्ष्य के प्राप्ति समर्पण से आप अस्वीकार लक्ष्य को हासिल कर ही लेंगे। सरस्वती यंत्र आपको जरूर चाँदी या अष्ट धातु में बनाकर गले में धारण करना चाहीए। वैसे जानुयारी से मई तक का समय काफी महत्वपूर्ण रहेगा, वहीं से जीवन की दशा व दिशा निर्धारित होगी। जानुयारी से अगस्ट के मध्य इंटरव्यू में सफलता मिलेगी व नया जाँब ऑफर या ऑपर्चुनिटी भी आपको मिल सकती है।
प्रेम-प्रसंग व मित्र: अगर आप अविवाहित हैं तो प्रेम संबोन्धों की संभावना से इंकार नेहीं किया जा सकता। आप स्त्री पक्ष को अत्यधिक महत्व देंगे। प्रेम- प्रसंगो को गुप्त रखने मैं भी आप सफल होंगे। मई – जून मैं थोड़ा- सा ध्यान रखें। प्रेमिका की नाराजगी छोटी सी बातें की लेकर होगी, लेकिन फिर वापस मलतफहमियां सुधार जाएगी। प्रेमी-प्रेमिका मैं आपसी प्रेम में बृद्धि होकर बात विवाह तक पहुँच सकती है। मित्रों की बात करें तो आपके मित्रो तो कम ही होंगे, परंतु जो भी होंगे वे वक्त जरूरत आपके काम आएंगे। कई बार आपको उनसे उधार के रूप में धन भी प्राप्त होगा।
वाहन, खर्च व सुभकार्य: इस वर्ष आप जमकर खर्चा करेंगे। घर के रख- रखाव व मरम्मत पर पैसा खर्च करेंगे, वहीं नया मकान खरीदने की भी योजना बना सकते हैं। इस वर्ष शुभ कार्य में भी खर्चा होगा। घर में कोई शुभ व मांगलिक प्रसंग बस अब आने ही वाला है। सुभ खर्च के लिए तैयार रहें।
हानी, कर्ज़ व अनहोनी: धन हानी के प्रति जनवरी फरवरी मैं सचेत रहें। राहू कन्या- राशि का हैं, लाभ दिखाकर हानी करवा सकता है। अनहोनी के प्राप्ति आप सोचते रहें। गुरु नवम भाव में रही कर्ज़ से निवृति करवा सकते हैं। कर्ज़ निवृति के लिए रोजाना ॐ ऋणमुक्त्य नमः का पाठ करें। किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए साधू संत को भोजन कराएं। २०१६ अंत तक सभी प्रकार के कर्ज़ो से निवृति हो जाएगी।
यात्राएं : शनि के प्रभाव से बहुत यात्राएं करेंगे। आर्थिक स्थिति भी पहले से सुदृढ़ रहेगी। व्यापार व कार्यक्षेत्र में परिवर्तन व विस्तार को लेकर यात्राएं होंगी।
उपाय : आपके राशि स्वामी बृहस्पति बलवान होने के लिए गुरुवार के दिन साधू संतों व महापुरुषों कों भोजन करवाएँ। रोजाना पीले रंग का रुमाल पास में रखें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। सफ़ेद चन्दन की लकड़ी को पथर पर घिसकर उसमें केसर मिलाकर लेप को माथे पर लगाना चाहिए या टीका लगाएं। ऐसे व्यक्ति को किसी में या धर्मस्थल पर निःशुल्क सेवा करनी चाहीए।